मन की शान्ति
एक मे सब हैं |
सब मे एक हैं ॥
ॐ श्री गणेशाय नमः
ॐ सरस्वती नमः
ॐ श्री गुरुदेवाय नमः
ॐ श्री ईष्ट देवाय नमो नमः
संपादक
नीलम सक्सेना
जो
कोई भी मेरे
इस ग्रन्थ का हिंदी
रूपांतरण
करेगा व इस
ग्रन्थ को सरल
शब्दो मे लिखेगा मैं सदा उसका आभारी रहूँगा ।
लेखक इच्छाराम सूर्यराम देसाई द्धारा घोषित - (प्रणयपत्र अनुसार )
हिंदी सरल रूपांतरण लेखक नीलम सक्सेना द्धारा घोषित -
अच्चयुतपदारोहण ग्रन्थ को मैंने माँ सरस्वती, गुरुदेव,इष्टदेव की कृपा से सरल भाषा मे एवं अपने शब्दो मे लिखने का प्रयास किया है कदाचित कोई त्रुटि रह गयी हो तो आप सभी पाठको से मैं क्षमाप्रार्थी हूँ । ग्रन्थ अतिप्रिय होने के कारण मैंने इससे विकट परिस्थितियों मे भी जीवन जीने का उचित ढंग सीखा हूँ । पूर्व लेखक को मेरा शत शत नमन ॥
आशा
करती हूँ पाठको को पसंद आएगा ।
मङ्गलम् भग्वन्विष्णुर्मन्गलं गरुडध्वजा: ||
मङ्गलम् पुन्द्रिकक्षो मङ्गलायतनं हरि: ||
अर्थ --- श्रीभगवान विष्णु , गरुडध्वज, पुंडरीकाक्ष और हरि येः भगवान के मांगलिक नाम मंगल करे |
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